हाँ, ड्रोन इंसानों को ले जाने की संभवतः समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन यह सम्भव है। ड्रोन को इंसानों को ले जाने के लिए विभिन्न तरह के स्पेशलिस्ट ड्रोन बनाए गए हैं। ये ड्रोन अधिकांशतः स्थानों पर आक्रमण या सहायता प्रदान करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि यातायात की समस्याओं से छुटकारा देने के लिए हवाई अड्डों पर ले जाने वाले ड्रोन या भूमिगत स्थितियों में अनुमति नहीं होने वाले स्थानों पर सहायता प्रदान करने वाले ड्रोन। हालांकि, इन ड्रोनों में से कुछ सिर्फ छोटे इंसानों को ले जाने की क्षमता होती है।
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Manned Drone |
अभी तक कुछ ड्रोन हैं जो इंसानों को ले जाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इनमें से कुछ हैं जो सरकारी सेवाओं और अन्य उपयोगों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, जैसे सुरक्षा और सैन्य सेवाओं में। अन्य ड्रोन साधारण परिवहन और स्थान परिवहन में इस्तेमाल किए जाते हैं। हालांकि, अभी तक ड्रोन से इंसानों को ले जाने की स्थिति समर्थित नहीं है, लेकिन इनकी प्रगति हो रही है लेकिन आज के समय में कुछ ड्रोन बहुत बड़े हो सकते हैं और इंसानों को ले जाने की क्षमता रखते हैं। इसके लिए, ड्रोन में एक सुरक्षित सीट होना जरूरी होता है और इसके साथ ही इंसान को ड्रोन से सुरक्षित रूप से हटाया जाना होगा। हालांकि, अभी तक इंसानों को ले जाने वाले ड्रोन अधिकतर फैशन शोज में या फिल्मों में ही इस्तेमाल किए जाते हैं।
वरुण ड्रोन: भारत का पहला ड्रोन इंसानों को लेकर उड़ान भरने को तैयार।
समाचार एजेंसी ANI द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए ड्रोन के एक वीडियो में एक व्यक्ति को बैठे हुए दिखाया गया है
#WATCH | ‘Varuna’ country’s first human-carrying drone, developed by the Indian startup Sagar Defence Engineering, will soon be inducted into Indian Navy pic.twitter.com/RhyjvAYn1E
— ANI (@ANI) October 5, 2022
भारतीय स्टार्टअप सागर डिफेंस इंजीनियरिंग द्वारा बनाया गया वरुणा ड्रोन 130 किलोग्राम तक का पेलोड ले जा सकता है। इसमें 25 से 33 मिनट के उड़ान समय के साथ कम से कम 25 किमी की यात्रा करने की क्षमता है इस ड्रोन को बनाने में 4 से 5 साल का समय लगा है।
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